Thursday, June 23, 2011

New poetry - 10

सबको है अमीरी का लालच चंद ऐयाशियों के वास्ते
मिलना मुश्किल अगर चल पड़े है सच के रास्ते
पागल बने फिर रहे है इसी बहाल को पाने केलिए
चिलमन फटा चितवन तबाह मिला तो जहमते दास्तें  

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